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जयदेव जयदेव जय करुणाकरा | आरती ओवाळू सद्गुरू माहेरा जयदेव जयदेव ||धृ||
सुख सहीता दु:ख रहिता निर्मल एकांता | कलिमल दहना गहना स्वामी समर्था |
न कळे ब्रह्मादिका अंत अनंता | तो तुं आम्हां सुलभ जय कृपावंता –||१||
माये विन माहेर विश्रांती ठाव | शब्दी अर्थलाभ बोलणी वाव |
सद्गुरू प्रसादे सुलभ उपाव | रामी रामदासा फळला सद्भाव –||२|
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